1 कुतुबुद्दीन ऐबक 1206-1210
दिल्ली सल्तनत ग़ुलाम वंश के शासकों के लिए मामलुक शब्द का प्रयोग किया गया है
मामलुक से तात्पर्य ऐसे गुलाम शासक जो स्वतंत्र माता-पिता से उत्पन्न हुए दिल्ली सल्तनत ग़ुलाम वंश का संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक को माना जाता है
ऐबक तुर्की भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है चंद्रमा का देवता
उपाधि (Tital)
1 क़ुरान खावा
2 लाख बख्श
3 पिल बख्श
ऐबक ने लाहौर को अपनी राजधानी के रूप में स्थापित किया था ऐबक के द्वारा सुल्तान की उपाधि नहीं ली गई उसके स्थान पर मलिक व सिपहसालार की उपाधि ली गई ऐबक ने हसन निजामी तथा फक्र ए मुदवीर नामक विद्वानों को शरण दी फक्र ए मुदवीर द्वारा आदाब उल हरब नामक पुस्तक और हसन निजामी के द्वारा ताज उल मासिर नामक पुस्तक की रचना की गई
कुतुबुद्दीन ऐबक के द्वारा ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी के सम्मान मैं क़तुब मीनार का निर्माण कराया गया
इल्तुतमिश के काल में इसे पूरा बनवाया गया
कुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली में पिथौरागढ़ के स्थान पर कूवत उल इस्लाम मस्जिद का निर्माण कराया इस्लामी शैली पर निर्मित यह पहली मस्जिद भारत में मानी जाती है कुतुबुद्दीन ऐबक के द्वारा सरस्वती कंठ भरण नामक संस्कृत पाठशाला के स्थान पर अराई दिन के झोपड़े का निर्माण कराया गया वर्तमान में यहां पंजाब शाह नामक पीर का ढाई दिन का उर्स आयोजित किया जाता हैआयोजित किया जाता है
ग़ुलाम वंश में कुतुबुद्दीन ऐबक
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