2011 की जनगणना के अनुसार (According to the 2011 census )
- राजस्थान की कुल जनसंख्या – 6.86 करोड़ लगभग
- राजस्थान की पुरुष जनसंख्या – 35620086
- राजस्थान की स्त्री जनसंख्या – 33000926
- राजस्थान की दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर- 21 .44 %
- राजस्थान में साक्षरता प्रतिशत- 67 .06%
- राजस्थान में पुरुष साक्षरता प्रतिशत- 80 .51 %
- राजस्थान में महिला साक्षरता प्रतिशत- 52 .66 %
- अधिकतम एवं न्यूनतम_जनसंख्या वाले जिले-
राजस्थान में सर्वाधिक जनसंख्या वाले 5 जिले –
- जयपुर – 66,63,971
- जोधपुर – 36,85,681
- अलवर – 36,71,999
- नागौर – 33,09,234
- उदयपुर – 30,67,549
राजस्थान में न्यूनतम जनसंख्या वाले 5 जिले –
- जैसलमेर – 6,72,008
- प्रतापगढ़ – 8,68,231
- सिरोही – 10,37,185
- बूंदी- 11,13,725
- राजसमन्द – 1158283
9. राजस्थान में न्यूनतम जनसंख्या वाला जिला- जैसलमेर (6,72,008)
10. सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाला जिला – जयपुर (598 व्यक्ति प्रति वर्गकिमी)
11. न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाला जिला – जैसलमेर (17 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी)
12. सर्वाधिक लिंगानुपात वाला जिला – डूंगरपुर (990)
13. न्यूनतम लिंगानुपात वाला जिला – धौलपुर (845)
14. सर्वाधिक दशकीय जनसंख्या वृद्धिदर वाला जिला- बाड़मेर (32.55)
15. न्यूनतम दशकीय जनसंख्या वृद्धिदर वालाजिला- श्रीगंगानगर (10.06)
16. सर्वाधिक कुल साक्षरता वालाजिला- कोटा (77.48%)
17. न्यूनतम कुल साक्षरता वाला जिला- जालौर (55.58%)
18. सर्वाधिक पुरुष साक्षरता वालाजिला- झुंझुनू (87.88%)
19. न्यूनतम पुरुष साक्षरता वाला जिला- प्रतापगढ़ (70.13%)
20. सर्वाधिक महिला साक्षरता वाला जिला- कोटा (66.32%)
21. न्यूनतम महिला साक्षरता वाला जिला- जालौर (38.73%)
22. राज्य का _जनसंख्या घनत्व – 200 व्यक्ति प्रति किमी (जबकि 2001 में 165)
23. राजस्थान की _जनसंख्या में वर्ष 2001 की तुलना में वृदि दर में प्रतिशत कमी- 6.97% कमी
24. राज्य की सर्वाधिक साक्षरता दर वाली तहसील- जयपुर तहसील (83.89 प्रतिशत)
25. राज्य की न्यूनतम साक्षरता दर वाली तहसील- कोटडा तहसील जिला-उदयपुर (27.10%)
26. दो जिले जिनका साक्षरता प्रतिशत दशक 2001-11में घटा है- चुरू व बाड़मेर
27. राजस्थान का लिंगानुपात – 926
जनसँख्या नियंत्रण कार्यक्रम ( Population Control Program )
बेटियां अमूल्य है कार्यक्रम ( Daughters are Precious ) – 23 सितंबर, 2016 से शुरू इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न कॉलेजों, शॉपिंग मॉल्स आदि में पावर पॉइंट प्रस्तुतीकरण, प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम एवं नुक्कड़ नाटक के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं ।
ज्योति योजना ( Jyoti Yojana ) –जनसंख्या नियंत्रण की दिशा में राज्य में ज्योति योजना 11 जुलाई, 2011 से शुरू की गई है।योजना में दो लड़कियों के बाद नसबंदी कराने वाली महिलाओं को रोल मॉडल के रूप में पेश कर उनके घर के बाहर “गांव की ज्योति” लिखा जाएगा।
कलेवा योजना ( Kaleva Yojana ) – बजट घोषणा वर्ष 2010-11 के अंतर्गत मातृ मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए राज्य सरकार द्वारा योजना प्रारंभ की गई है।
जन मंगल कार्यक्रम – यह कार्यक्रम _जनसंख्या वृद्धि दर में कमी तथा _जनसंख्या में स्थायित्व के लिए चालू किया गया है।
1 जून 2002 – दो से अधिक बच्चे वाले अभ्यर्थी को सरकारी सेवा में नियुक्ति के लिए अपात्र घोषित किया गया है।
मुख्यमंत्री बालिका संबल योजना ( Balika Sambal Yojna ) – राज्य में गिरते लिंगानुपात को रोकने एवं बालिकाओं के सर्वांगीण विकास एवं उन्हें आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए पूरे राज्य में 5 साल तक की बालिकाओं के लिए ₹10000 के यू. टी. आई. के बांड देने की इस अनुपम योजना का शुभारंभ 13 अगस्त, 2007 को जोधपुर में किया।
राज्य जनसंख्या नीति ( State Population Policy )- राज्य जनसंख्या नीति का लोकार्पण 20 जनवरी, 2010 को किया गया था। राजस्थान देश में स्वयं की जनसंख्या नीति घोषित करने वाला आंध्र प्रदेश के बाद दूसरा राज्य हैं।