प्रमुख निर्यात
स्वतंत्रता के बाद जैसे-जैसे देश की औद्योगिक संरचना में विविधीकरण वह मजबूती आती गई नए निर्यात के अवसर पैदा होते गए इससे जहां तक और निर्यात में कृषि एवं संबंध वस्तुओं का महत्व कम होता गया वहीं दूसरी ओर विनिर्मित वस्तुओं का महत्व बढ़ता गया धीरे-धीरे एक प्रगतिशील औद्योगिक क्षेत्र विकसित होने लगा और निर्यात की जाने वाली वस्तुओं की संख्या में निरंतर वृद्धि होती चली गई भारत के निर्यात ओं को मुख्य रूप से चार श्रेणियों में विभक्त किया जा सकता है
- कृषि कृषि एवं संबंधित उत्पादन
- अयस्क एवं खनिज
- निर्मित वस्तुएं
- अन्य
कृषि एवं संबंधित उत्पाद
इस मद में कॉफी चाय खल तंबाकू काजू गर्म साले चीनी कच्ची रुई चावल मछली एवं मछली से बनी वस्तुएं वनस्पति तेल फल सब्जियां और दालें आदि आते हैं
अयस्क एवं खनिज
इस मद में कच्चे मैग्नीज कच्चा लोहा और अभ्रक आदि शामिल किए जाते हैं
निर्मित वस्तुएं
इस मद में सूती वस्त्र सिले सिलाए कपड़े पटसन की बनी वस्तुएं चमड़ा और जूते हस्तशिल्प रसायन इंजीनियरिंग वस्तुएं और लोहा तथा इस्पात को शामिल किया जाता है
1 इंजीनियरिग वस्तुएं
- इस मद में लोहे एवं इस्पात इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं और सॉफ्टवेयर सम्मिलित किए जाते हैं
- योजना काल में औद्योगिकरण के अपनाए गए व्यापक कार्यक्रमों के परिणाम स्वरूप इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में तेजी से वृद्धि हुई जिसके कारण यह मध्य भारत के निर्यात की एक प्रमुख मत बन गई
- भारत की इंजीनियरिंग वस्तुएं बड़ी मात्रा में दक्षिणी पूर्वी एशिया दक्षिणी अफ्रीका अनेकों विकासशील देशों यूरोप के कुछ देशों तथा रूस को निर्यात की जाती हैं
- देश के कुल निर्यात ओं में इस मद में किए गए निर्यातकों की भागीदारी का प्रथम स्थान है
2 हस्तशिल्प तथा हीरे जवाहरात
- भारत के निर्यात ओं में हस्तशिल्प का अपना विशेष महत्व है
- भारत ने इस मद से वर्ष 2005 6 में 5683 करोड रुपए का निर्यात किया वर्ष 1977 78 तकरीर एवं जवां रात को इस मद में शामिल किया जाता था
- परंतु बाद में इसे हीरे एवं जवाहरात अलग मत मान लिया गया इस मद में किए गए निर्यात ओं की कुल निर्यात ओं में हिस्सेदारी देखें तो हम पाते हैं कि
- इसका दूसरा स्थान आता है
3 खनिज तेल एवं पेट्रोलियम उत्पाद
- इस मद में खनिज तेल पेट्रोलियम उत्पाद जिसमें कोयला भी शामिल किया गया है
- जो भारत के निर्यात ओ में इस मद की प्रमुखता को बतलाता है
- इस मद में किए गए निर्यात ओं के कुल निर्यात ओं में हिस्सेदारी का तीसरा स्थान है
4 रसायन एवं संबंधित पदार्थ
- वर्तमान समय में भारत कई प्रकार के रंग रोगन चंदन अरंडी तेल सोडा आदि रासायनिक पदार्थों का निर्यात करता है
- भारत द्वारा रसायन एवं संबंधित पदार्थों का निर्यात मुख्य रूप से अमेरिका रूस एवं ब्रिटेन को किया जाता है
- इस मद में किए गए निर्यातकों की भारत के कुल निर्यात में हिस्सेदारी का क्रम चौथा आता है
5 सूती या निर्मित वस्तुएं तथा सिले सिलाई कपड़े
- सूती या निर्मित वस्तुएं तथा सिले सिलाई कपड़े की मध्य भारत के निर्यात ओं की एक प्रमुख मदर है हाल के वर्षों में सिले सिलाई कपड़े एक प्रमुख निर्यात कीमत बन गए हैं
- भारत को विदेशी बाजार में इस मद में निर्यात करने के लिए जापान पाकिस्तान हांगकांग आदि से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है परंतु फिर भी इस मद में हमारे निर्यात निरंतर बढ़ रहे हैं
- भारत का कपड़ा अमेरिका रूस अरब अफ्रीका वर्मा श्री लंका सिंगापुर थाईलैंड इंडोनेशिया एवं मलेशिया को निर्यात किया जाता है
- भारत के निर्यात में इस मद में किए गए निर्यातकों का स्थान पांचवा है
6 चाय एवं कॉफी
- चाय एवं कॉफी भारत के निर्यात की प्रमुख मद है ब्रिटेन हमारी चाय एवं कॉपी का प्रमुख खरीददार है
- इसके अतिरिक्त अमेरिका कनाडा सूडान मिश्र एवं जर्मनी को भी इसका निर्यात किया जाता है
7 चमड़ा एवं निर्मित वस्तुएं
- कच्ची खाली तथा चमड़ा भारतीय निर्यात की एक पारंपरिक एवं प्रमुख मद है
- योजनाबद्ध विकास की प्रक्रिया के फल स्वरुप चमड़ा निर्मित वस्तुओं का उत्पादन बढ़ा और धीरे-धीरे उनका भी निर्यात होने लगा
- अमेरिका रूस जापान ब्रिटेन इटली एवं फ्रांस आदि देशों को चमड़ा एवं निर्मित वस्तुएं निर्यात की जाती हैं
8 लौह अयस्क
- भारत में अच्छी श्रेणी के लोहे अयस्क के भंडार होने के कारण लौह अयस्क एबी देश के प्रमुख निर्यात में अपना स्थान रखता है
- भारत से कच्चा लोहा जापान कोरिया चीन एवं मध्य पूर्व के देशों को निर्यात किया जाता है
9 मछली एवं मछली निर्मित वस्तुएं
- मछली एवं मछली निर्मित वस्तुओं के उत्पादन के संदर्भ में भारत में किए गए योजनाबद्ध कार्यक्रमों के परिणाम स्वरूप हाल के वर्षों में इसके उत्पादन में आशातीत वृद्धि हुई है
- जिसके कारण यह मध्य भारत के निर्यात ओं की प्रमुख मत बन गई है जो भारत के निर्यात ओं में इस मद के महत्व को स्पष्ट करती है
- मछली एवं मछली निर्मित वस्तुओं के लिए निर्यात के संबंध में जापान हमारा प्रमुख ग्राहक है
10 चावल
प्रमुख निर्यात
- भारत के निर्यात ओं में चावल का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है
- वर्ष 2005 06 में भारत ने 6221 करोड रुपए के चावल का निर्यात किया तेल उत्पादक देश हमारे चावल के प्रमुख ग्राहक हैं
11 काजू
- भारत में काजू का निर्यात हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ा है जिसके कारण का जो भी देश के प्रमुख निर्यात की जाने वाली वस्तुओं की श्रेणी में गिना जाने लगा
- भारत मुख्यतः अमेरिका रूस जर्मनी कनाडा जापान एवं नीदरलैंड आदि देशों को काजू निर्यात करता है
12 तंबाकू
- भारत द्वारा किया जाने वाला निर्यात में तंबाकू के महत्व को नकारा नहीं जा सकता अभी भी यह देश के निर्यात के एक प्रमुख मद है
- भारत संयुक्त राज्य रूस बांग्लादेश एवं जापान को तंबाकू का निर्यात करता है
13 जुट का सामान
- जूट का कपड़ा जूट के थैले आदि का भी विदेशों को निर्यात किया जाता है
- यह माल अमेरिका कनाडा आस्ट्रेलिया न्यूजीलैंड मिश्र एवं जापान आदि देशों को निर्यात किया गया
- यह भारत का पारंपरिक निर्यात है