भारत क्या आयात करता है (What India Imports)
प्रमुख आयात
आवश्यकता के अनुरूप भारत में अनेक वस्तुओं का आयात किया जाता है इन आयतों को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है
- भारी या अंबारी आयात
- गैर भारी या गैर अंबारी आयात
भारी या अंबारी आयात –इस के तीन अंग हैं
- पेट्रोलियम रुक्ष एवं उत्पाद
- भारी उपभोग वस्तुएं जिसमें अनाज और दालें खाद्य तेल तथा चीनी शामिल किए जाते हैं
- अन्य भारी मदे जिसमें उर्वरक लोह है धातुएं रबड़ कागज एवं गत्ता खनिज अयस्क लो हो तथा इस्पात आदि सम्मिलित हैं
गैर भारी या गैर अंबारी आयात — इसके भी मुख्यतः तीन अंग हैं
- पूंजीगत मशीनें परिवहन उपकरण आदि
- निर्यात से जुड़े आयात जैसे हीरे व कीमती पत्थर रसायन वस्त्र एवं काजू आदि
- अन्य अन्य गैर भारी मदेे जैसे प्लास्टिक का सामान व्यवसायिक एवं वैज्ञानिक उपकरण एवं कोयला आदि
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के आयतों की संरचना में काफी परिवर्तन हुआ है नियोजन की प्रक्रिया प्रारंभ होने के समय पूंजीगत वस्तुओं का आयात अधिक नहीं था
भारी मात्रा में विनिर्मित वस्तुओं का आयात होता था परंतु जब नियोजन की प्रक्रिया के दौरान आधारभूत उद्योगों की स्थापना को प्राथमिकता दी गई तो बड़े पैमाने पर पूंजीगत उपकरणों कल पुर्जों तथा मशीनों का आयात करना पड़ा साठ के दशक में जापान सिंगापुर हांगकांग दक्षिण कोरिया ताइवान आदि विकासशील देशों द्वारा अपनाई गई आयात उदारीकरण की नीति की सफलता से प्रेरित होकर भारत ने भी आयात उदारीकरण एवं निर्यात प्रोत्साहन नीति को अपनाना आवश्यक समझा
1990 में सरकार ने उदारीकरण की व्यापक नीति घोषित की तथा आयात नियंत्रण को काफी कम कर दिया जिस से धीरे-धीरे आयात की जाने वाली वस्तुओं की संख्या बढ़ती गई वर्तमान में भारत में आयात की अनेकों मदे हैं।
1 पेट्रोल तेल एवं चिकनाई के पदार्थ
- इस मद में साफ किया हुआ तथा बिना साफ किया हुआ पेट्रोल मिट्टी का तेल व पेट्रोल की अन्य वस्तुएं आदि को सम्मिलित किया गया है
- इस मद का हमारे देश के आयातो में सबसे महत्वपूर्ण स्थान है
- कच्चा तेल मुख्यतः ईरान इराक एवं अरब देशों से आयात किया जाता है
- जबकि पेट्रोलियम पदार्थों का आयात अमेरिका फ्रांस एवं इटली आदि देशों से किया जाता है
- यह मध्य भारत के आयतों में सबसे अधिक हिस्सेदारी रखती है कुल आयातो मिस मद का प्रथम स्थान है
2 पूंजीगत माल
- इस मद में मशीनरी इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं परिवहन उपकरण तथा प्रोजेक्ट वस्तुएं आदि सम्मिलित की जाती हैं
- देश के औद्योगिक एवं परिवहन विकास में इन आयतों की अनिवार्यता रही है जिसके फलस्वरूप यह मत भारतीय आयात के प्रमुख मद है
- और आयातो में महत्वपूर्ण स्थान रखती है भारत में यह मशीनें मुख्य रूप से ग्रेट ब्रिटेन अमेरिका कनाडा जर्मनी एवं जापान से आयात की जाती हैं
- भारत के कुल आयातो में इस मद में किए जाने वाले आयातो की हिस्सेदारी दूसरे स्थान पर है
3 अलोह धातुएं
- अलोह धातुएं भारत के आयात में प्रमुख हिस्सेदारी है
- यह कुल आयात का लगभग 8.8% है जो भारत के आयातो मैं इस मध्य को महत्वपूर्ण को बतलाता है
- कुल आयातो मैं इसका तीसरा स्थान है
4 मोती कीमती एवं अर्ध कीमती स्टोंस
- भारत के आयतों में मोती कीमती एवं अर्ध कीमती स्टोंस ने हाल के वर्षों में अपना प्रमुख स्थान बना लिया है
- जो कुल आयात का लगभग 6.1% है
- आयातो में हिस्सेदारी की दृष्टि से इस मद का चौथा स्थान आता है
5 कार्बनिक एवं अकार्बनिक रसायन
- भारत के आयतों में कार्बनिक एवं अकार्बनिक रसायन का प्रमुख स्थान है
- वर्ष 2005-06 में इसका आयात 40441 में करोड़ रुपए रहा जो कुल आयात का लगभग 6.1% है
- आयातो में हिस्सेदारी की दृष्टि से इस मद का चौथा स्थान आता है
6 लोहा व इस्पात
- भारत में लोहा व इस्पात की मांग अधिक है जबकि इसकी पूर्ति कम है जिसके कारण लोहा एवं इस्पात का आयात किया जाता रहा है लोहा एवं इस्पात भी भारत का प्रमुख आयात है
- इसका आयात मुख्यतः इंग्लैंड अमेरिका रूस एवं पश्चिमी जर्मनी तथा जापान से किया जाता है
7 खाद्य तेल
- देश में खाद्य तेलों का उत्पादन उनकी मांग से कम रहने के कारण वर्ष 2005-06 में भारत ने 8961 करोड रुपए के खाद्य तेल का आयात किया
- यह आयात मुख्य थे अमेरिका रूस तथा कनाडा से किया गया
8 उर्वरक
- उर्वरक भारत के आयात की प्रमुख मद रही है क्योंकि देश में उर्वरकों की बढ़ती मांग की तुलना में इनका उत्पादन अपर्याप्त रहा है
- यह आयात मुख्यतः अमेरिका रूस जापान पश्चिमी जर्मनी आदि देशों से किया गया
9 काजू
भारत ने वर्ष 2005-06 में 2089 करोड रुपए के काजू का आयात किया गया जो देश के आयात की मदो में इसकी प्रमुखता को बतलाता है
10 आयात की अन्य वस्तुएं
दवाइयां, व पेपर बोर्ड वैज्ञानिक,प्लास्टिक का सामान,रिजनेट एड सैलूलोस आदि वस्तुएं भी भारत में प्रमुख से आयात की जाती हैं
महत्वपूर्ण प्रशन
1 भारत में प्रमुख आयात कौन-कौन से हैं
2 भारत के आयातो में सबसे अधिक हिस्सेदारी वाली पांच प्रमुख आयात मदों को बताइए
3 आयात की भारी मदे कौन-कौन सी हैं
4 http://आयात की गैर भारी मदे कौन-कौन सी हैं