Carbon and its compounds कार्बन और उसके यौगिक
कार्बन एक अधातु है कार्बन का रासायनिक सूत्र C है। कार्बन का परमाणु क्रमांक 6 होता हैं कार्बन के दो अपरूप होते हैं C के बह्यतम कोस मे 4 इलेक्ट्रान होते हैं इसलिए इसमें से विधुत धारा प्रवाहित नही होती हैं यह विधुत का कुचालक होता हैं ग्रेफाइट म 4th bond free होता ह इसलिए विधुत का सुचालक होता हैं
- क्रिस्टलीय ( Crystalline )
- अक्रिस्टलीय ( Non-Crystalline )
क्रिस्टलीय ( Crystalline )
क्रिस्टलीय अपररूप के उदाहरण हीरा ग्रेफाइट फुलरीन
हीरा कार्बन का अति शुद्ध रूप है। हीरा विद्युत का कुचालक होता है। ग्रेफाइट अपारदर्शी चमकदार तथा काला होता है। फुलरीन की संरचना गोल गुंबद जैसी होती है यह विद्युत का कुचालक होता है।
हीरे के गुण ( Properties of diamonds )
- यह ताप एवं विद्युत का कुचालक होता है यह दुनिया का सबसे कठोर पदार्थ है ।
- यह किसी भी द्रव में नहीं घुलता है ।
- इस पर अम्ल क्षार आदि का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है ।
- इसके रवि घनाकार होते हैं इसका गलनांक 2. 4 1 7 होता है तथा पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण यह बहुत चमकता है ।
- इस पर रेडियम से निकलने वाली एक्स किरणों के पड़ने पर यह हरा रंग प्रदर्शित करता है ।
- शुद्ध हीरा पारदर्शक एवं रंगहीन होता है कुछ हीरे काले होते हैं जिन्हें बोर्ट कहते हैं इसका उपयोग शीशा काटने में किया जाता है।
ग्रेफाइट के गुण ( Properties of Graphite )
- यह विद्युत का सुचालक होता है इस का आपेक्षिक घनत्व 2. 2 होता है ।
- कागज पर रगड़ने से यह उस पर काला निशान बना देता है इसलिए इसको काला शीशा भी कहते हैं
ग्रेफाइट का उपयोग ( Use of graphite )
पेंसिल बनाने में परमाणु भट्टी में इलेक्ट्रोड के रूप में एवं कार बनाने में किया जाता है
Note – हीरा में कार्बन SP3 एवं ग्रेफाइट में कार्बन SP2 रहता है।
अक्रिस्टलीय ( Non-Crystalline )
अक्रिस्टलीय अपररूप के उदाहरण कोल, कोक, काष्ठ, जंतु ,चारकोल, काजल।
कार्बनिक यौगिकों में सहसंयोजी बंध पाया जाता है। यह योगिक अधिकांशत विद्युत के कुचालक होते है। हाइड्रोजन और कार्बन से बने हुए योगिक हाइड्रोकार्बन यौगिक कहलाते हैं।
LPG गैस में ब्यूटेन, प्रोपेन का मिश्रण होता है, खेतों में मेथेन गैस पायी जाती है,
सबसे सरल हाइड्रोकार्बन यौगिक है -मीथेन (CH4)
कार्बन में पाए जाने वाले दो विशिष्ट लक्षणों -चतु: संयोजकता (tetra valency) और श्रृंखलन (Catenation ) से बड़ी संख्या में कार्बनिक यौगिकों का निर्माण होता है। मूल रूप से इन यौगिकों को प्राकृतिक पदार्थों से प्राप्त किया गया था तथा यह समझा गया था कि ये कार्बन यौगिक केवल सजीवों में ही निर्मित हो सकते हैं। अर्थात यह माना गया कि इनके संश्लेषण के लिए एक ‘जीवन शक्ति’ आवश्यक थी।
परंतु 1828 में फ्रेड्रिक वोहलर ने अमोनियम सायनेट से यूरिया बनाकर इसे असत्य प्रमाणित किया अर्थात यूरिया वह प्रथम कार्बनिक यौगिक है जिसे क्रत्रिम रूप से संश्लेषित किया गया था।
वह कार्बनिक योगिक जिनमे कार्बन कार्बन परमाणु के मध्य एकल बंध (C-C) पाया जाता है संतृप्त कार्बनिक योगिक ( Saturated organic compounds ) कहलाते है।
वह कार्बनिक यौगिक जिनमें कार्बन कार्बन परमाणु के मध्य द्वि एवं त्रिबंध (C=C& C_=C)पाए जाते हैं असंतृप्त कार्बनिक यौगिक ( Unsaturated organic compounds) कहलाते हैं।
अपररूपता ( Allotropy )- ऐसे पदार्थ दिल के रासायनिक गुण समान तथा भौतिक गुण भिन्न हो अपरूप कहलाते हैं और इस घटना को अपररूपता कहते हैं ।
कार्बन के ऑकसाइड ( Oxide of carbon )
कार्बन के तीन ऑकसाइड होते हैं।
- कार्बन सब ऑक्साइड
- कार्बनमोनोऑक्साइड
- कार्बनडाइऑक्साइड
शुष्क बर्फ का उपयोग प्रशीतक के रूप में किया जाता है। कार्बन एवं हाइड्रोजन के योगिक को हाइड्रोकार्बन कहते हैं। संश्लेषित पदार्थ अपमार्जक होते हैं।
Carbon and its compounds Important Fact –
- दलदल से निकलने वाली मीथेन गैस – मार्श गेस
- नही चिपकने वाले खाना बनाने के बर्तनों में लेप चढ़ा होता है – टेफ़लोन का
- रबर आसानी से घुल जाता है – बेंजीन में
- बेंजीन के कारण किस रोग की संभावना अधिक होती है – रक्त केंसर
- प्राकृतिक गैस में मीथेन की प्रतिशतता कितनी होती है – 90
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