Education Psychology
Education Psychology शिक्षा मनोविज्ञान
शिक्षा मनोविज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा वा शिक्षा मनोविज्ञान की प्रकृति
शिक्षा के ही द्वारा मनुष्य प्राणी से इंसान या सामाजिक “प्राणी” बनता है। इससे मनुष्य का शारीरिक,संवेगात्मक, मानसिक तथा शारीरिक विकास होता है ।
मनोविज्ञान के इतिहास के प्रारंभिक काल में इसे आत्मा का ज्ञान अथवा विज्ञान माना जाता था इसके बाद इस अर्थ को पूर्ण रुप से त्याग कर मनोविज्ञान को मन के विज्ञान के रूप में स्वीकार किया जाने लगा लेकिन कुछ समय बाद यह धारणा भी गलत सिद्ध हुई
इसके विभिन्न कारण थे वास्तव में मान कोई मूर्त वस्तु नहीं है मन तो केवल मानसिक वृत्तियों तथा प्रक्रियाओं के लिए प्रयोग होने वाला एक अमूर्त प्रत्यय है इसके बाद विभिन्न विचार कोने मनोविज्ञान को चेतना के विज्ञान के रूप में प्रतिपादित किया किंतु आधुनिक वैज्ञानिक खोजों के परिणाम स्वरुप इस धारणा को भी त्यागना पड़ा आधुनिक वैज्ञानिक खोजों से मालूम हुआ कि चेतना नाम का कोई विशिष्ट तत्व नहीं है
अध्ययन तथा शोध के क्रमिक विकास के परिणाम स्वरूप मनोविज्ञान का व्यवहार के विज्ञान के रूप में स्वीकार किया गया इस विचार की मुख्य समर्थक “जे बी वाटसन थे”। वाटसन ने मनोविज्ञान की परिभाषा इन शब्दों में प्रतिपादित की है ” एक ऐसा मनोविज्ञान लिखना संभव है जिसकी व्यवहार के विज्ञान के रूप में परिभाषा की जा सके”।
शिक्षा मनोविज्ञान की परिभाषाएं ( Education Psychology Definition )
Crow and Crow- “शिक्षा_मनोविज्ञान जन्म से वृद्धावस्था तक एक व्यक्ति के सीखने के अनुभव का वर्णन और व्याख्या करता है”।
जेएम स्टीफन के अनुसार- “शिक्षा_मनोविज्ञान शैक्षणिक विकास का क्रमिक अध्ययन है”।
स्किनर : शिक्षा_मनोविज्ञान के अंतर्गत शिक्षा से सम्बन्धित सम्पूर्ण व्यवहार और व्यक्तित्व आ जाता है।
कॉलसनिक : शिक्षा_मनोविज्ञान, मनोविज्ञान के सिद्धान्तों और अनुसन्धान का शिक्षा में प्रयोग है।
सॉरे व टेलफ़ोर्ड : शिक्षा_मनोविज्ञान का मुख्य सम्बन्ध सिखने से है। यह मनोविज्ञान का वह अंग है, जो शिक्षा के मनोवैज्ञानिक पहलुओ की वैज्ञानिक खोज से विशेष रूप से सम्बन्धित है।
उपर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर कहा जा सकता है, की :
- शिक्षा मनोविज्ञान शैक्षिक परिस्थितियों में मानव व्यवहार का अध्ययन करता है।
- शिक्षा मनोविज्ञान शिक्षण अधिगम की प्रक्रिया को अधिक सरल व सुगम बनाता है।
- शिक्षा मनोविज्ञान की प्रकृति वैज्ञानिक है, क्योंकि इसके अध्ययन में वैज्ञानिक विधियों का प्रयोग होता है।
- शिक्षा मनोविज्ञान में मनोविज्ञान के सिद्धांतो व विधियों का प्रयोग होता है।
शिक्षा मनोविज्ञान की प्रकृति ( Education Psychology Nature )
- शिक्षा मनोविज्ञान द्वारा भविष्यवाणी करना सरल हो जाता है यहां छात्रों के भावी विकास में भविष्यवाणी कर सकता है ।
- शिक्षा मनोविज्ञान सकारात्मक विज्ञान है ।
- यह एक व्यावहारिक विज्ञान है ।
- इसका दृष्टिकोण वैज्ञानिक है ।
स्मरणीय बिंदु ( Psychology Memorable point )
- वाटसन को व्यवहारवादी मनोविज्ञान का जनक माना जाता है।
- रूसो ने शिक्षा में मनोविज्ञानिक दृष्टिकोण की शुरुआत की।
- मनोविज्ञान की शाखा के रूप में शिक्षा मनोविज्ञान का जन्म 1900 ई. में हुआ।
- मनोविज्ञान व्यवहार का वैज्ञानिक अध्ययन करता है।
- मनोविज्ञान एक विधायक विज्ञान (Positive Science) है।
- प्रयोगात्मक मनोविज्ञान के जन्मदाता विलियम वुन्ट थे।
- कॉलसनिक शिक्षा_मनोविज्ञान का आरम्भ प्लेटो से मानते है।
- स्किनर शिक्षा_मनोविज्ञान का आरम्भ अरस्तू से मानते है।
महत्त्वपूर्ण तथ्य ( Psychology facts )
- मनोविज्ञान का जन्म अरस्तू के समय दर्शनशास्त्र के अंग के रूप में हुआ।
- वाटसन ने मनोविज्ञान को व्यवहार का शुद्ध विज्ञान माना है।
- विलियम जेम्स को आधुनिक मनोविज्ञान का जनक माना जाता है।
- जर्मनी के प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक विलियम वुन्ट ने 1879 ई. में लिपजिंग में प्रथम मनोवैज्ञानिक प्रयोगशाला की स्थापना करके मनोविज्ञान को वैज्ञानिक स्वरुप दिया।
- वॉल्फ ने शक्ति मनोविज्ञान का प्रतिपादन किया।
- आधुनिक शिक्षा के जनक माने जाते है-जे.ए.स्टिपर